नई दिल्ली. नए साल के अवसर पर बाहरी दिल्ली इलाके में हुई अंजलि सिंह (20) की मौत का मामला हर दिन नया मोड़ ले रहा है. अंजलि की सहेली निधि इस मामले की एकमात्र चश्मदीद के रूप में सामने आई है और उसके दावों ने देश को हिला कर रख दिया है. वहीं दिल्ली पुलिस की जांच में नए तथ्य सामने आ रहे हैं. इधर, अंजलि के परिवार, दोस्तों के साथ आम नागरिकों ने इस मामले के आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की है. मंगलवार को निधि ने पुलिस को अपना बयान दर्ज कराया है, जिसमें उसने अंजलि और घटना के बारे में कई दावे किए हैं.
निधि का पक्ष भी सवालों के घेरे में आ गया है. वहीं दिल्ली पुलिस ने निधि के सुल्तानपुरी इलाके वाले घर का दौरा किया. दिल्ली पुलिस का कहना था कि घटना के समय निधि, अंजलि के साथ नहीं थी. निधि रात 1:37 बजे अपने घर पहुंच गई थी, एक सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यह बात कही जा रही है. हालांकि इस फुटेज को लेकर भी संशय बना हुआ है. इधर पुलिस ने यह भी कहा कि निधि नशे की हालत में थी.
निधि का दावा 1: अंजलि नशे में थी और उसने स्कूटी चलाने की जिद की.
काउंटर: अंजलि की ऑटोप्सी रिपोर्ट में शराब की पुष्टि नहीं हुई है. अंजलि के फैमिली डॉक्टर भूपेश ने भी कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके पेट से शराब नहीं मिली. अंजलि की मां ने कहा कि निधि के आरोप बेबुनियाद हैं और अंजलि ने कभी शराब नहीं पी. दिल्ली पुलिस का दावा है कि निधि नशे में थी.
निधि का दावा 2: दुर्घटना में निधि का फोन टूट गया था, इसलिए वह पुलिस से संपर्क नहीं कर सकी.
काउंटर: सीसीटीवी फुटेज में निधि के हाथ में फोन दिख रहा है. वहीं, निधि के दोस्त निशांत ने दावा किया कि निधि ने उससे रात लगभग 2.30 बजे मोबाइल चार्जर मांगा था. निशांत ने कहा कि उसने उसे अपना फोन दिया ताकि वह उसे चार्ज कर सके.
निधि का दावा 3: हादसा रात 2 से 3 बजे के बीच हुआ. निधि ने यह भी कहा कि उसने अंजलि को बचाने का असफल प्रयास किया और आरोपी लोगों ने उसके ऊपर से कार चलाने की भी कोशिश की.
काउंटर: सीसीटीवी में दिख रहा है कि निधि रात 1.37 बजे घर पहुंची, हालांकि, सीसीटीवी फुटेज के समय को लेकर संशय है. वहीं निधि के दोस्त निशांत ने दावा किया कि उसने उसे 2.30 बजे के आसपास घर पहुंचते देखा,
गौरतलब है कि 1 जनवरी को तड़के सुल्तानपुरी में एक कार की चपेट में आने से अंजलि नामक की युवती की मौत हो गई थी. ऐसा कहा गया कि युवती, स्कूटी समेत कार में फंस गई थी. कार उसे कई किलोमीटर तक घसीटती रही. दिल्ली पुलिस ने मौत के इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार कर 2 जनवरी को दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने पेश किया था जहां से उन्हें 3 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है।