पटना, 12 सितंबर: पटना नगर निगम चुनाव के शंखनाद के साथ चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। वहीं वार्ड पार्षद, महापौर और उपमहापौर स्वच्छ व ईमानदार छवि के प्रत्याशी चुनने की चर्चा चौक चौराहों व गली-मुहल्लों में शुरू हो गई है। इस बीच वैश्य समाज से आने वाली डॉ. नीलम गुप्ता के उपमहापौर पद के लिए चुनाव लड़ने के निर्णय से माहौल बदल गया है। बता दें नीलम गुप्ता सामरी वैश्य जाति से आती हैं, जो अतिपिछड़ा वर्ग में है। पटना नगर निगम के उपमहापौर का पद अतिपिछड़ी जाति की महिला के लिए सुरक्षित है।
पटना के बीडी कालेज के इतिहास के विभागाध्यक्ष व अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता ने अपनी पत्नी डॉ. नीलम गुप्ता को पटना नगर निगम के उपमहापौर का चुनाव लड़ाने का निर्णय किया है। चुनाव अभियान शुरू भी कर दिया है। पटना नगर निगम के 75 वार्डों में से 62 में उनका जनसंपर्क अभियान जोर शोर से चल रहा है और लोगों का झुकाव भी नीलम गुप्ता की ओर देखा जा रहा है। डा. जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता अपने स्तर से अभियान चला ही रहे हैं, वहीं डॉ. नीलम गुप्ता की भी सघन चुनावी सक्रियता बनी हुई है। डॉ. नीलम व्यवहार कुशल, मृदुभाषी, मिलनसार महिला हैं। वे पति की तरह सामाजिक सरोकारों से भी गहरे रूप से जुड़ी हैं। ऐसा चर्चा है कि चुनाव में उन्हें इसका लाभ अवश्य मिलेगा।
बताते चलें डॉ. जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता तकरीबन तीन दशक पहले छात्र नेता और फिर वैश्य समाज के नेता के तौर पर अपनी पहचान स्थापित किया। वह पूर्व में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य भी रहे हैं। अपने कार्यकाल में उन्होंने वैश्य समाज की दर्जनों जातियों को अतिपिछड़ा वर्ग में शामिल कराने में अहम भूमिका निभायी थी। इससे उनका जनाधार खासकर वैश्य समाज में काफी मजबूत हुआ है। ऐसा कोई दिन नहीं गुजरता जब वह अपने समाज के लिए कोई कार्यक्रम नहीं करते।