छपरा,28 जून : अब पैसे की कमी से सांसों की डोर नहीं टूट रही है। गरीब परिवारों के लिए प्रधानमंत्री नारेंद्र मोदी के द्वारा आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की गयी है। सारण जिले के नगरा प्रखंड के डुमरी पंचायत के मानपुर निवासी 70 वर्षीय सजमुदीन खान को हार्ट ब्लॉकेज हो गया था। या यूं कहे जिंदगी ने जीने का साथ छोड़ना तय कर लिया था। लेकिन आयुष्मान भारत योजना ने उनकी जिंदगी लौटा दी। पटना के इंदरा गांधी हृदय रोग संस्थान में उनके हार्ट की सर्जरी की गई । सजमुदीन खान कहते हैं कि वर्ष 2019 में अचानक मुझे हार्ट अटैक हुआ। तब मेरे घर के लोग अस्पताल में ले गए । जहां पता चला कि हार्ट ब्लॉकेज है। जिसकी सर्जरी करनी पड़ेगी । मेरा आयुष्मान कार्ड पहले से बना हुआ था। पटना के आईजीआईसी अस्पताल में मेरा ऑपरेशन किया गया। अब मैं पूरी तरह से ठीक हूं। सरकार की यह योजना हम जैसे गरीब परिवार के लिए काफी सहायक है। अब मैं पूरी तरह से स्वस्थ्य हूं। मेरी सांसों को मजबूती मिली है। ऑपरेशन के बाद मुझे 15 दिनों की दवा भी नि:शुल्क दी गई ।
90 प्रतिशत था हार्ट ब्लॉकेज:
आयुष्मान भारत योजना के जिला समन्वयक नीरज कुमार ने बताया कि सजमुदीन खान का 90 प्रतिशत हार्ट ब्लॉकेज था। स्थिति काफी नाजुक थी। लेकिन यह योजना उनके लिए जीवनदायनी साबित हुई है। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि इस ऑपरेशन के लिए खर्च का बोझ उठा सके। आयुष्मान योजना के तहत उन्हें यह सुविधा बिल्कुल मुफ्त मिल रही है। इससे जहां वो इलाज के लिए कर्ज लेने से बच गए, वहीं परिवार वालों को भी एक बड़ी समस्या का बैठे-बैठाए हल मिल गया।
पात्र लाभार्थियों को लाभ देने का प्रयास:
सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को लाभ दिया जा रहा है। गांव स्तर पर संपर्क स्थापित कर लोगों को योजना के प्रति जागरूक करने की कोशिश जारी है। गरीबों के लिए यह योजना संजीवनी साबित हो रही है। अच्छे अस्पताल में बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध है। आने वाले दिनों में अधिक से अधिक लोगों को योजना के तहत लाभ देने का प्रयास किया जाएगा।