छपरा, 07 नवंबर: अपने नाना के सपनों को पूरा करने के लिए नाती ने दिन रात मेहनत कर देश की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) पास कर मुंबई में नामांकन भी करा लिया है। सारण ज़िलें के दरियापुर थाना क्षेत्र के बड़का बनेया गांव निवासी सुरेंद्र कुमार सिंह एवं अंजू सिंह के लाडले शुभम राज ने अपने पहले ही प्रयास में नाना एवं पिता के सपनों को पूरा कर परिवार एवं समाज में अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
शहर के कटहरी बाग निवासी शुभम राज के नाना दीनबंधु सिंह सदर अस्पताल छपरा से सेवानिवृत कर्मी हैं। जिनका अस्पताल में चिकित्सकों को देख कर इनको भी लगा रहता था कि मेरा भी नाती चिकित्सक या इंजीनियर बन कर गांव, समाज, ज़िलें सहित राज्य का नाम रौशन करें। नाना दीनबंधु सिंह ने बताया कि शुभम राज बचपन से ही पढ़ने लिखने में रुचि रखता था। क्योंकि सभी बच्चे अलग-अलग कार्यो को पूरा करने एवं देखने के लिए लग जाते थे लेकिन शुभम किताबी कीड़ा बनकर लगा रहता था। जिसका नतीजा हम सभी के सामने दिख गया है।
हालांकि शुभम के पिता पूरे परिवार के साथ मध्यप्रदेश के इंदौर में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में नौकरी करते है। शुभम राज अपने माता अंजू सिंह, पिता सुरेंद्र कुमार सिंह एवं बहन के साथ रहकर इंजीनियरिंग की तैयारी कर इस मुक़ाम को हासिल किया है।
शुभम ने बताया की मम्मी व पापा के इच्छा को पूरा करने के लिए हमने कड़ी मेहनत की है। हालांकि इंजीनियरिंग करने के साथ ही यूपीएससी की तैयारी करनी है। क्योंकि अभी तो घर वालों के सपने को पूरा किया है लेकिन मेरा सपना यूपीएससी पास करना है। शुभम राज ने बताया कि मेरी दसवीं बोर्ड एवं इंटर की पढ़ाई मध्यप्रदेश के इंदौर जिलांतर्गत आर्मी पब्लिक स्कूल महु से हुई हैं। क्योंकि इनके पिता सुरेंद्र कुमार सिंह भारतीय वायु सेना में कार्यरत थे। लेकिन अवकाश प्राप्त करने के बाद इंदौर में ही यूनियन बैंक ऑफ इंडिया कोदरिया शाखा में प्रधान खजांची के पद पर कार्यरत है।
शुभम राज को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की प्रतियोगी परीक्षा में 3219 वां स्थान लाने पर बधाई देने वालों में पिता सुरेन्द्र सिंह, माता अंजू सिंह, चंदेश्वर सिंह, सुनीता सिंह, बीरेंद्र सिंह, पूजा सिंह, नानी फूलमाला सिंह, अरविंद सिंह, रूबी सिंह, अमित सिंह, जूली सिंह, बहन समृद्धि सिंह एवं करीबी पत्रकार धर्मेंद्र रस्तोगी सहित कई अन्य प्रमुख है।