छपरा/सारण: जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा की संबद्ध ईकाई व ग्रामीण परिवेश का एकमात्र महाविद्यालय, देवराहा बाबा श्री श्रीधर दास डिग्री महाविद्यालय रामपुर, गरखा में शैक्षणिक वातावरण बहाल कर छात्र, शिक्षक-कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने सहित, अन्य मांगों को लेकर ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) का एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल संगठन के राज्य सह सचिव राहुल कुमार यादव के नेतृत्व में जयप्रकाश विश्वविद्यालय कुलसचिव आर पी बब्लू से मुलाकात किया.
कुलसचिव एवं छात्र नेताओं के बीच डीबीएसडी डिग्री महाविद्यालय में शैक्षणिक वातावरण बहाल करने को लेकर 30 मिनटों तक गहन बातचीत हुई. जेपीयू कुलसचिव ने प्रतिनिधिमंडल को शैक्षणिक वातावरण बहाल करने को लेकर यथाशीघ्र हरसंभव ठोस कदम उठाए जाने को आश्वासन दिया.
मौके पर छात्र नेता राहुल कुमार यादव ने कहा कि डीबीएसडी डिग्री महाविद्यालय गरखा में कार्यरत शिक्षक-कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिलने, महाविद्यालय तदर्थ समिति में तालमेल की कमी और दो प्राचार्यों के विवाद के बीच इस महाविद्यालय कि शैक्षणिक व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. इस महाविद्यालय की शैक्षणिक कार्य पिछले तीन-चार सालों से ठप पड़ी हुई है. इस महाविद्यालय में दो प्राचार्यों समेत, शिक्षक-कर्मचारियों की संख्या लगभग 200 के आसपास है, लेकिन मात्र आधा दर्जन शिक्षक-कर्मचारियों को छोड़ दिया जाए तो बाकी अन्य सभी शिक्षक-कर्मचारी महाविद्यालय कैंपस में पहुंचना मुनासिब नहीं समझते. शिक्षक-कर्मचारियों की गैरमौजूदगी के कारण महाविद्यालय का शैक्षणिक व छात्रहित से जुड़े अन्य जरूरी कार्य पूरी तरह ठप है. महाविद्यालय कैंपस असामाजिक तत्वों, दलालों का अड्डा बन गया है. जयप्रकाश विश्वविद्यालय प्रशासन के पास बार-बार लिखित शिकायत के बाद भी कॉलेज इंस्पेक्टर या विश्वविद्यालय अधिकारियों द्वारा अब तक कोई ठोस जांच- पड़ताल कर ठोस कार्रवाई नहीं करना, विश्वविद्यालय अधिकारियों एवं कॉलेज प्रशासन के बीच मिलीभगत की ओर इशारा कर रही है.
विश्वविद्यालय प्रशासन एवं कॉलेज प्रशासन की मिलीभगत के कारण हजारों छात्र-छात्राओं की भविष्य अंधकारमय होने के कगार पर है. छात्र नेताओं ने विवि प्रशासन से मांग किया है कि कैंपस में शैक्षणिक वातावरण बहाल की जाए, शिक्षक कर्मचारियों छात्र-छात्राओं की उपस्थिति सुनिश्चित किया जाए, नामांकन एवं परीक्षा फॉर्म भरने में छात्र-छात्राओं से अवैध वसूली पर पूर्णतः यथाशीघ्र रोक लगाई जाए, महाविद्यालय कैंपस में शौचालय एवं पीने की पानी की समुचित व्यवस्था की जाए, नए सिरे से महाविद्यालय तदर्थ समिति गठित कर कॉलेज निर्माणकर्ता एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों, भूमिदाताओं को उसमें शामिल की जाए, महाविद्यालय कैंपस में असामाजिक तत्वों, दलालों के प्रवेश पर पूर्णत: रोक लगाई जाए. उन्होंने कहा कि हमारी मांगों पर जल्द उचित कार्रवाई नहीं हुई तो छात्रहित में संगठन उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा.