दिल्ली, 23दिसंबर: विज्ञान भवन में नवम राष्ट्रीय अटल सम्मान समारोह का आयोजन 24 दिसंबर 2022 को आयोजित किया जा रहा है, जिसमे देश विदेश की अनेक विभुतियां को सम्मानित किया जाएगा।
सम्मान समारोह का आयोजन पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में पूर्व संध्या पर 24 दिसम्बर 2022 को दोपहर 1 बजे से विज्ञान भवन में प्रसिद्ध संगीतमय अटल गाथा व नवम राष्ट्रीय ‘अटल सम्मान समारोह’ का आयोजन किया जाएगा। अटल सम्मान समारोह के अध्यक्ष व कार्यक्रम के आयोजक सुप्रसिद्ध कवि भुवनेश सिंघल ने बताया कि यह उनका नौवां आयोजन है , जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के लिए कलाकारों, मनीशियों, साहित्यकारों, समाजसेवियों, राजनीतिज्ञों, सैनिकों आदि सहित देश-विदेश के 15 चयनित योग्य लोगों को अपनी भारतीय परम्परा व सस्कृति के अनुसार सम्मानित किया जाएगा।
सिंघल ने यह भी बताया कि यह देश का एकमात्र ऐसा आयोजन है जिसकी निर्माण स्वयं अटल बिहारी वाजपेयी की मौजूदगी में हुआ था। यह देश का प्रथम अवॉर्ड फंक्शन है जो वर्ष 2014 में अटल बिहारी वाजपेयी के रहते हुए प्रारम्भ हुआ था।
इसका आयोजन अटल सम्मान समारोह ट्रस्ट द्वारा किया जाता है जिसके राश्ट्रीय अध्यक्ष भुवनेष सिंघल हैं। अटल जी को समर्पित इस आयोजन में देश-विदेश सेे प्राप्त सैकड़ों आवेदनों की गहन पड़ताल के बाद चयन समिति के सदस्य सांसद व कलाकार मनोज तिवारी, पद्मश्री नलिनी-कमलनी, गायक कुमार विशु, माटिवेषनल स्पीकर सोनू षर्मा व साहित्यकार भुवनेष सिंघल द्वारा विभिन्न कार्यक्षेत्रों के 15 लोगों का चयन किया गया है।
इस सम्मान समारोह की अध्यक्षता सांसद व कलाकार मनोज तिवारी करेंगे तथा कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम के आयोजक व ट्रस्ट के अध्यक्ष भुवनेश सिंघल करेंगे। मंच के सह संचालक प्रसिद्ध एंकर संतोष टण्डन होंगे। मुख्य अतिथि के रूप् में मोदी सरकार के केन्द्रीय मंत्री अष्वनी चौबे दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का प्रारम्भ करेंगे व सभी अटल सम्मान से चयनित लोगों को अटल सम्मान-2022 भेंट करेंगे। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व समारोह के संरक्षक श्याम जाजू, विधायक अजय महावर सहित दिल्ली के सभी 8 भाजपा विधायक व भाजपा के सभी 104 नवनिर्वाचित पार्षद आदि उपस्थित रहेंगे।
अटल सम्मान समारोह के रोशन कंसल, वाईस चेयरमैन नीरज गुप्ता व डिप्टी चेयरमैन नवीन तायल आने वाले सभी दर्शकों का स्वागत करेंगे व सभी अवॉर्डियों के जीवन व कार्यो पर प्रकाश डालेंगे। सभी अवॉर्डियों को 51 वेदपाठी ब्रहमणों द्वारा शंखनाद व मंत्रोच्चार के बीच विशेष सम्मान भेंट किए जाएंगे जिसमें उनके सम्मान पत्र का वाचन किया जाएगा तथा उनके प्रेरणामयी कार्यों को दर्शकों के समक्ष स्क्रीन पर दिखाया जाएगा।
तत्पश्चात उन्हें चौकी पर स्थान देकर उनका तिलक किया जाएगा। उसके बाद वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर से विशेष तौर पर मंगाई पुष्प माला पहनाई जाएगी, श्रीफल, जेम माईन्स की विशेष रत्नों की माला, चांदी का विशेष प्रतीक चिन्ह, ग्यारह हजार रूपये की सम्मान राषि, अंग वस्त्र, अटल समारोह का विशेष बैग, अटल समारोह का विशेष मास्क, स्मृतियां अटल हैं पुस्तक तथा एक सम्मान पत्र सहित कुल 10 वस्तुएं भेंट कर सम्मानित किया जाएगा।
इस वर्ष दिये जाने वाले सम्मान निम्न प्रकार हैं….
श्री यषपाल षर्मा, हरियाणा – फिल्म अभिनेता – अटल कलाकीर्ति शिखर सम्मान-2022
श्री प्रीति गुप्ता, दिल्ली – पार्षद व फिल्म निर्माता – अटल उज्ज्वला षिखर सम्मान-2022
श्री अजय भाई, दिल्ली – कथा वाचक – अटल प्रज्ञ शिखर सम्मान-2022
श्री कन्हैया मित्तल, प्रसिद्ध भजन गायक, चंडीगढ, अटल संस्कृति शिखर सम्मान -2022
श्रीमती शबना शशिधरन, नृत्यांगना, केरल, अटल नृत्य निश्णात् शिखर सम्मान -2022
श्री प्रभु चन्द्र मिश्रा, बिहार, अटल अन्वेशी शिखर सम्मान-2022
श्री ओमप्रकाष परमार, अटल समाज सेवी शिखर सम्मान-2022
श्री बीरेन्द्र मेहरा, अटल विभुति शिखर सम्मान-2022
दिव्या काकरान, अर्जुन अवॉर्डी, खिलाड़ी, महिला रेसलर, गोल्डमेडलिस्ट, अटल क्रिडा शिखर सम्मान-2022
10.श्री अनुज माथुर, राजस्थान, मेजर जनरल, विषिश्ट सेवा मेडल से सम्मानित, अटल षौर्य षिखर सम्मान-2022
11.श्री रवि कुमार वार्श्णेय, अटल श्रीयुत शिखर सम्मान-2022
12.श्री राजीव गुप्ता, अटल सेवा शिखर सम्मान-2022
इस अवसर पर भुवनेश सिंघल ने अटल जी के साथ के संस्मरण सुनाते हुए बताया कि उन्होनें स्वयं अटल जी के निवास कृष्णन मेनन मार्ग पर जाकर अटल जी के महाप्रयाण से कुछ दिवस पहले ही अटल जी को स्वयं अपने हाथों से भेंट किया था जिसमें उन्होनें अटल जी को अंगवस्त्र पहनाया था तथा श्रीफल व प्रतीक चिन्ह भेंट किया था। उन्हें नहीं पता था कि जो सम्मान वो अटल जी को दे रहे हैं वह अटल जी को प्राप्त उनके जीवन का अंतिम सम्मान सिद्व होगा। इस अवसर पर उपस्थित होने वाले लगभग तीन हजार दर्शकों का स्वागत पुश्प माला व तिलक से किया जाएगा तथा अंत में सभी दर्षकोें को अटल जी की यादों से जुड़ा एक प्रतीक चिन्ह भेंट किया जाएगा।