छपरा,30 अप्रैल: एसएफआई सारण जिला कमेटी के तत्वाधान में स्नातक सत्र 2,019-22 के परीक्षा परिणाम में हुए बड़े पैमाने पर धांधली को लेकर जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर फारूक अली का घेराव किया गया। एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने मुख्य गेट पर लगभग 1 घंटे तक कुलपति को रोक रखा एवं यह आश्वासन के साथ जाने दिया कि 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल वार्ता कर मामले को निपटारा के तरफ ले जाएगी।
कुलपति से 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल राज्य अध्यक्ष शैलेंद्र यादव के नेतृत्व में मिला लगभग 1 घंटे तक वार्ता चली वार्ता में कुलपति ने सौंपा गया मांग पत्र के सारे मांगों को जायज ठहराते हुए 6 तारीख के पहले अंक पत्र में सुधार कर प्रकाशन करने का करने का आश्वासन दिया। एवं विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के लिए 15 दिनों के अंदर वेटिंग सेट बनाने का भी आश्वासन दिया। परीक्षा विभाग में लंबित पड़े मामलों के निपटारे के लिए एसएफआई के क्रोनोलॉजी बनाने की मांग पर उन्होंने 15 दिनों का समय लिया एवं आश्वस्त किया कि 15 दिनों के अंदर में विश्वविद्यालय के लिए टाइम की क्रोनोलॉजी तैयार कर वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी। 1 सप्ताह के अंदर गिर भान सेल का गठन कर लिया जाएगा ।पार्ट थर्ड के विद्यार्थी जो एक नंबर से लेकर 5 नवंबर तक के वजह से फेल है उनको ग्रेस मार्क देकर के पास कर दिया जाएगा। डीएसडब्ल्यू की नियुक्ति पर कुलपति ने कहा कि राजभवन को अवगत करा दिया गया है और वहां से निर्देश आने के बाद डीएसडब्ल्यू की नियुक्ति कर दी जाएगी। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे राज अध्यक्ष शैलेंद्र यादव ने कुलपति से स्पष्ट शब्दों में कहा है कि अगर हमारे मांग पत्र के मुताबिक और विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए समय के अंदर मांगों को अमलीजामा नहीं पहुंचाया जाएगा तो विश्वविद्यालय के अंदर छात्र कार्फ्यू आंदोलन का आयोजन मई के दूसरे सप्ताह में किया जाएगा। वही जिला सचिव सदाब मजहरी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों के भविष्य के साथ क्रूर मजाक कर रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और विश्वविद्यालय के खिलाफ जंग जू आंदोलन किया जाएगा ।
छात्र नेता देवेंद्र कुमार ने कहा कि यह विश्वविद्यालय छात्रों के कैरियर बर्बाद करने का विश्वविद्यालय बन के रह गया है जिसे सुधारने के लिए एसएफआई आंदोलन का शंखनाद कर दिया है और जब तक यह विश्वविद्यालय पटरी पर नहीं आता है तब तक आंदोलन अनवरत रूप से चलता रहेगा। छात्र नेता दीपक कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय अगर अभिलंब मार्कशीट को रेक्टिफाई करके प्रकाशित नहीं करता है तो इससे भी उग्र आंदोलन होगा और सारी जवाबदेही विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी ।प्रतिनिधि मंडल में मुख्य रूप से शैलेंद्र यादव के अलावा सदाब मजहरी , नेहा कुमारी ,प्रीति कुमारी ,देवेंद्र कुमार शामिल थे। प्रदर्शन में कल्पनाथ कुमार राम ,संतोष कुमार, मनीष कुमार ,नेहरू कुमार ,करण कुमार,प्रदिप कुमार,राजहंश कुमार ,जूली कुमारी, रूबी कुमारी ,कंचन कुमारी ,सबा परवीन, प्रीति कुमारी ,उजाला कुमारी, श्वेता कुमारी ,आदि ने नेतृत्व कारी भूमिका अदा की।