सारण, छपरा 26 जुलाई : आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर पर मधुर आशियाना एकमा में आयोजित कार्यक्रम की शुभारंभ जिलाधिकारी सारण श्री राजेश मीणा के द्वारा किया गया। जिलाधिकारी के द्वारा उद्घाटन के पश्चात बताया गया कि यह कार्यक्रम भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित है। आजादी के अमृत महोत्सव, देश के प्रत्येक जिले में 25 जुलाई से 30 जुलाई 2022 के बीच उज्जवल भारत-उज्जवल भविष्य, पावर @ 2047 के रुप में मनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम को जश्न की तरह मनाने के लिए विद्युत मंत्रालय से प्राप्त निव निदेश के आलोक में जिले में विधुत विभाग द्वारा ‘बिजली महोत्सव‘ का आयोजन किया गया है। बिजली विभाग द्वारा आयोजित इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य राज्य और केंद्र सरकारों के बीच सहयोग और बिजली क्षेत्र की प्रमुख उपलब्धियों को उजागर करना है। इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक जन-भागीदारी की आवश्यकता है ताकि बिजली क्षेत्र के विकास एवं इससे संबंधित जानकारी पैमाने पर नागरिकों तक पहुंचाया जा सके।
जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि विधुत उत्पादन क्षमता 2014 के 2,48,554 मेगावाट से बढ़कर आज 4,00,000 मेगावाट हो गई है जो हमारी मांग से 1,85,000 मेगावाट अधिक है। अब भारत अपने पड़ोसी देशों को भी बिजली निर्यात कर रहा है। करीब 1,63,000 किमी लंबी संचरण लाइन का निर्माण कर पूरे देश को एक ग्रिड मे जोड दिया गया है । लद्दाख से कन्याकुमारी तक और कच्छ से म्यांमार सीमा तक यह दुनिया में सबसे बड़े एकीकृत ग्रिड के रूप में उभरा है। इस ग्रिड का उपयोग कर देश के एक कोने से दूसरे कोने तक 1,12,000 मेगावाट बिजली पहुंचाया जा सकता है।
जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि सी.ओ.पी. 21 में प्रतिबद्ध किया था कि 2030 तक हमारी उत्पादन क्षमता का 40 नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से होगी। यह लक्ष्य हमने तय समय से 9 साल पहले ही, नवंबर 2021 तक हासिल कर लिया है। आज हम अक्षय ऊर्जा स्रोतों से 1,63,000 मेगावाट बिजली पैदा करते हैं। 2,01,722 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ हमने पिछले पांच वर्षों में बिजली वितरण के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है। 2,921 नए सब-स्टेशन बनाकर, 3,926 सब-स्टेशनों का विस्तार करना, 6,04,465 सी.के.एम. एल.टी. लाइनें स्थापित करना, 2,68,838 11 केवी एचटी लाइनें स्थापित करना, 1,22,123 सी.के.एम. कृषि फीडरों का फीडर पृथक्करण और स्थापना करना। 2015 में ग्रामीण क्षेत्रों में आपूर्ति का औसत घंटे 12.5 घंटे थी जो कि अब बढ़कर औसतन 22.5 घंटे हो गया है।
जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि सरकार ने बिजली (उपभोक्ताओं के अधिकार) नियम- 2020 तहत- नया कनेक्शन प्राप्त करने की अधिकतम समय सीमा अधिसूचित की गई है। रूफ टॉप सोलर को अपनाकर अब उपभोक्ता बन सकते हैं। उपभोक्ताओ की बिलिंग समय पर सुनिश्चित की जाएगी। मीटर संबंधी शिकायतों को दूर करने के लिए समय-सीमा अधिसूचित है। राज्य नियामक प्राधिकरण अन्य सेवाओं के लिए समय सीमा अधिसूचित किया गया है। उपभोक्ता शिकायतों के समाधान के लिए डिस्कॉम 24 घंटे 7 दिन कॉल सेंटर स्थापित कि जा सकेगी।
जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि 2018 में 987 दिनों में 100 प्रतिशत गांव विद्युतीकरण (18,374) हासिल किया। 18 महीनों में 100 प्रतिशत घरेलू विद्युतीकरण (2.86 करोड़) हासिल किया। यह कीर्तिमान हासिल कर भारत दुनिया के सबसे बड़े विद्युतीकरण अभियान के रूप में पहचाना गया। सौर पंपों को अपनाने के लिए शुरू की गई योजना जिसके तहत-केंद्र सरकार 30 प्रतिशत सब्सिडी देगी और राज्य सरकार 30प्रतिषत सब्सिडी देगी। साथ ही 30 प्रतिशत लोन की सुविधा मिलेगी।
बिजली महोत्सव पूरे देश में उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य-पावर@2047 की छत्रछाया में मनाया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक जनभागीदारी हो और बिजली क्षेत्र के विकास को बड़े पैमाने पर नागरिकों तक पहुंचाया जा सके। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। गणमान्य व्यक्तियों ने बिजली के लाभों पर प्रकाश डाला और पिछले कुछ वर्षों से बिजली के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास के बारे में जागरूक किया। इस आयोजन में कई लाभार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए। सांस्कृतिक कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक और बिजली क्षेत्र पर लघु फिल्मों की स्क्रीनिंग का आयोजन भी किया गया था।