गरखा: आज दिनांक 20 अप्रैल 2022 को गरखा प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत राज जलाल बसंत एवं इटवा में इटवा से जगदीशपुर तक (लगभग पांच किलोमीटर) सड़क निर्माण कार्य में ठेकेदार, कार्यपालक अभियंता द्वारा मनमानी, अनियमितता, बरते जाने के खिलाफ आम ग्रामीण जनता का आक्रोश फूट पड़ा और सड़क निर्माण कार्य स्थल बंगारी सुरेंद्र चौक पर ग्रामीणों ने मिलकर ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री जयंत चौधरी का पुतला फूंक रोष प्रकट किया. ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुर्दाबाद, ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री जयंत चौधरी मुर्दाबाद, स्थानीय प्रशासन होश में आओ, सड़क की अनियमितता दूर करो, ठेकेदारों की मनमानी नहीं चलेगी, आदि नारेबाजी कर विरोध जताया.
मौके पर मौजूद ग्रामीण छात्र नेता राहुल कुमार यादव ने कहा कि इटवा से लेकर जगदीशपुर तक सड़क निर्माण कार्य में ठेकेदार एवं कार्यपालक अभियंता के मिलीभगत व मनमानी के कारण योजना एस्टीमेट के अनुरूप कार्य नहीं कराए जा रही है. सड़क निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा भारी अनियमितता कर सड़क निर्माण कार्य में लगने वाली मटेरियल गुणवत्ता पूर्ण व योजना एस्टीमेट के अनुरूप नहीं है. चौड़ाई, लोकल गिट्टी, सड़क निर्माण मटेरियल, गहराई (मोटाई) चीप (अलकतरा) की कमी सहित अन्य कई स्तरों पर गुणवत्ता हीन कार्य कराए जा रहे हैं. पहले से बनी हुई सड़क की जगह-जगह हल्की मरम्मत कर उस पर एकदम पतली परत मात्र पिच की जा रही है. स्थानीय आम ग्रामीण जनता द्वारा घटिया सड़क निर्माण कार्य का विरोध दर्ज कराए जाने के बाद भी अब तक उसी रूप में सड़क निर्माण कार्य जारी है. ठेकेदार द्वारा लगातार आम ग्रामीण जनता की बातों को नजरअंदाज कर मनमानी की जा रही है. जिसे हम ग्रामीण जनता कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.आज हम सबों ने विरोध स्वरूप ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत चौधरी का पुतला दहन किया है. एक-दो दिनों में अगर इस सड़क निर्माण कार्य की अनियमितता दूर नहीं की गई तो हम सभी आम ग्रामीण जनता मिलकर ठेकेदार एवं सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे.उन्होंने कहा कि इस अनियमितता पूर्ण कार्य के खिलाफ मुख्यमंत्री बिहार, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव, सारण डीएम, कार्यपालक अभियंता सारण प्रमंडल सहित अन्य अधिकारियों को पत्र लिखकर सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता की उचित जांच कराकर दोषियों पर यथाशीघ्र उचित कार्रवाई की मांग की गई है.
मौके पर मौजूद शिक्षक शब्बीर खान ने कहा कि आजादी के सात दशक से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी ठेकेदारों, कार्यपालक अभियंताओं और अधिकारियों द्वारा समय पर उचित कार्रवाई नहीं होने के कारण ग्रामीण सड़कें हमेशा बदहाल स्थिति में रहती है और स्थानीय लोगों को कई स्तरों पर परेशानी उठानी पड़ती है.एक बार जैसे- तैसे सड़क निर्माण हो जाने के बाद अगले 5 सालों तक कोई ठेकेदार, अभियंता या अधिकारी सड़क किस हाल में हैं सुध लेने नहीं आते हैं और आम जनता को परेशानी उठानी पड़ती है. मौके पर जयप्रकाश साह, शब्बीर खान, कालीचरण उर्फ रमेश राय, जितेंद्र कुमार यादव, सोनू कुमार यादव, शफायत अली, मासूम राजा, संजय कुमार यादव, उदय कुमार राम, दामोदर राय, मंटू कुमार राम, प्रमोद यादव, राजकुमार शर्मा, राहुल कुमार, विशाल कुमार, नुरूद्दीन खान उर्फ टेनी, दाऊद अंसारी, मो. एजाज, राजीव कुमार राम, रवि कुमार, विश्वजीत कुमार यादव, शोएब अख्तर, मैनेजर राय, दीपक शर्मा, रोहित कुमार, कुन्दन कुमार, मोहन, सहित सैकड़ों ग्रामीण जनता मौजूद थे.