पूर्णिया, 04 मई: लोगों तक आसानी से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा ई-संजीवनी कार्यक्रम चलाया गया है। इसके द्वारा आमलोगों को टेलीमेडिसीन के माध्यम से चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जा रही है। इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन में पूर्णिया जिला राज्य में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। ई-संजीवनी कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में टेलीमेडिसीन के माध्यम से ग्रामीण स्तर तक एएनएम की उपस्थिति में सप्ताह के सभी दिन (रविवार व मंगलवार के अतिरिक्त) लोगों की स्वास्थ्य जांच करते हुए आवश्यक मेडिसीन उपलब्ध कराई जा रही है।
अप्रैल माह में जिले के 18 हजार से अधिक लोगों की हुई टेलीमेडिसीन से जांच :
जिला स्वास्थ्य विभाग की डीपीसी निशि कुमारी ने बताया कि टेलीमेडिसीन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में एएनएम द्वारा ऑनलाइन मरीजों का चिकित्सक से संपर्क कराया जाता है। इसके बाद मरीजों की बीमारियों के आधार पर एएनएम द्वारा उनकी जांच कर चिकित्सक को सूचित किया जाता है। इसके बाद चिकित्सकों द्वारा एएनएम को आवश्यक मेडिसीन उपलब्ध कराने के लिए पर्ची जारी की जाती है। उस आधार पर मरीजों को एएनएम द्वारा दवा उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2022 में पूर्णिया जिला में टेलीमेडिसीन के माध्यम से जिले के 18 हजार 77 मरीजों की स्वास्थ्य जांच की गई है। इसमें बी. कोठी में 3654, श्रीनगर में 1637, अमौर में 196, बैसा में 1602, के.नगर में 1554, डगरुआ में 1161, जलालगढ़ में 715, धमदाहा में 1627, रुपौली में 1090, भवानीपुर में 798, पूर्णिया पूर्व में 1127, बायसी में 1053, बनबनखी में 1247 तथा कसबा में 616 मरीजों की स्वास्थ जांच करते हुए उन्होंने आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं।
जिले में डॉक्टरों के 30 हब्स द्वारा 432 स्पोक्स सेंटरों पर होती है मरीजों की जांच :
डीपीएम स्वास्थ्य ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा कि टेलीमेडिसीन के द्वारा लोगों की जांच आसानी से उपलब्ध कराई जा सकती है। इसके लिए जिले के सभी प्रखंडों में कुल 432 स्पोक्स सेंटर बनाए गए हैं । वहां उपस्थित मरीजों की जांच के लिए 30 हब्स बनाये गए हैं । जहां विशेषज्ञ चिकित्सक उपस्थित रहते हैं। मरीज द्वारा जांच के लिए स्पोक्स सेंटर में आने पर एएनएम द्वारा हब्स में उपस्थित विशेषज्ञ चिकित्सक से ऑनलाइन माध्यम से संपर्क किया जाता है। उनके द्वारा ऑनलाइन माध्यम से मरीजों की जांच करते हुए उन्हें दवा पर्ची उपलब्ध कराई जाती है। उसके अनुसार मरीजों को एएनएम द्वारा आवश्यक दवा दी जाती है। इसके अलावा विशेष परिस्थिति होने पर मरीजों को आवश्यक इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भी भेजा जाता है। उन्होंने कहा कि टेलीमेडिसीन के संचालन से लोगों को आसानी से चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जा रही है जिससे कि सभी लोग स्वस्थ रह सकें।
रविवार व मंगलवार के अलावा अन्य सभी दिन संचालित है टेलीमेडिसीन सुविधा :
सिविल सर्जन डॉ. एस के वर्मा ने बताया जिले में रविवार व मंगलवार के अलावा हर दिन टेलीमेडिसीन की सुविधा लोगों के लिए संचालित किया जाता है। उपस्वास्थ्य केंद्रों के ओपीडी में आयोजित स्पोक्स सेंटर के माध्यम से लोग आसानी से सरकारी चिकित्सक को अपनी परेशानी बताकर उनसे आवश्यक इलाज करा सकते हैं। इसके अलावा नियमित टीकाकरण के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में उपस्थित होने पर भी एएनएम द्वारा चिकित्सक से संपर्क करते हुए लोगों को स्वास्थ सहायता उपलब्ध कराई जाती है। जिले के लोगों द्वारा इसका भरपूर उपयोग करते हुए टेलीमेडिसिन सुविधा का पूरा लाभ उठाया जा रहा है। अप्रैल माह में जिले के सभी प्रखंडों के स्पोक्स सेंटरों से औसतन 42 मरीजों की स्वास्थ्य जांच कराई गई है। मरीजों को आगे भी इसका फायदा उठाते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रही सुविधा का लाभ उठाना चाहिए।