छपरा,27 जून: सदर अस्पताल में शुरू की गयी डायलिसिस यूनिट कोरोना काल में कई मरीजों के लिए संजीवनी साबित हुयी है। डायलिसिस की जरूरत होने पर पहले लोगों को निजी अस्पतालों के चक्कर लगाने पड़ते थे एवं इसके लिए उन्हें बड़ी धनराशि भी खर्च करनी पड़ती थी। लेकिन जिले में डायलिसिस यूनिट की शुरुआत होने से इस समस्या से लोगों को निज़ात मिल रही है। विशेषकर ऐसे गरीब लोगों को अधिक फ़ायदा हुआ है जो डायलिसिस के लिए निजी अस्पताल में अधिक पैसे खर्च करने में असमर्थ होते थे। सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर सुविधा प्रदान कराने के उद्देश्य से अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं । अब सदर अस्पताल में डायलिसिस सेंटर शुरू होने के बाद किडनी के मरीजों को आर्थिक राहत भी मिल रही है।
क्या है आंकड़ा:
(वर्ष 2021 में इतने मरीजों को मिली सेवा)
• फरवरी- 51
• मार्च- 138
• अप्रैल- 221
• मई-241
• जून- 290
• जुलाई- 348
• अगस्त- 320
• सितंबर- 312
• अक्टूबर- 373
• नवंबर- 394
• दिसंबर- 409
( वर्ष 2022 में अप्रैल तक)
• जनवरी- 421
• फरवरी- 365
• मार्च- 429
• अप्रैल- 451
आधुनिक संसाधनों तथा सुविधाओं से सुसज्जित है यह केंद्र:
इस केंद्र का उद्घाटन वर्ष 2021 के फरवरी माह में किया गया था। तब से लेकर अब तक लगातार मरीजों को डायलिसिस की सुविधा मिल रही है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम के तहत डायलिसिस सेंटर की स्थापना नेफ्रों हेल्थ केयर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के द्वारा पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर की गई है। इस सेंटर में 5 बेड की व्यवस्था की गई है और विश्व स्वास्थ संगठन तथा भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देशों के अनुरूप सभी मानकों को पूरा किया गया है। आधुनिक संसाधनों तथा सुविधाओं से सुसज्जित यह केंद्र चालू हो जाने से छपरा शहर समेत सारण जिले के किडनी फेल्योर मरीजों को निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो रही है।
आयुष्मान भारत कार्डधारकों को नि:शुल्क सुविधा:
डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया कि सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बीपीएल परिवार के मरीजों को पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज के लिए गोल्डन हेल्थ ई- कार्ड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। वैसे मरीज भी डायलिसिस सेंटर में निःशुल्क डायलिसिस करा सकेंगे, जिनके पास गोल्डन हेल्थ ई- कार्ड की सुविधा उपलब्ध है।
डायलिसिस की सुविधा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण:
अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि डायलिसिस की सुविधा को प्राप्त करने के लिए लोगों को तीन चीजें लेकर आना आवश्यक है, जिसमें चिकित्सक के परामर्श पर पर्चा, राशन कार्ड तथा आधार कार्ड शामिल हैं । इसके आधार पर ऑनलाइन पंजीकरण डायलिसिस सेंटर में किया जाएगा तथा पंजीकरण के बाद तीन बार डायलिसिस की सुविधा प्रदान होगी। तीन बार सेवा प्राप्त करने के बाद फिर नए सिरे से पंजीकरण कराना होगा। डायलिसिस सेंटर में ऑनलाइन निबंधन के बाद लोगों को अस्पताल प्रबंधक से सत्यापन कराना होगा। सत्यापन पर्चा डायलिसिस सेंटर में लाकर जमा करना होगा, जिसके आधार पर अस्पताल के उपाधीक्षक के द्वारा ऑनलाइन अप्रूवल दिया जायेगा, जिसके बाद यह सुविधा मिलेगी। जिन लोगों के पास राशन कार्ड की सुविधा नहीं है, उन्हें 1634 रुपए जमा करने पर यह सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।