छपरा (सारण): शहर की युवा कवयित्री शालू प्रिया ने एक बार फिर अपनी मेधा के बल पर जिले का नाम रौशन किया है।शालू पटना विमेंस कॉलेज जैसे प्रतिष्ठित कालेज में अबकी बार स्नातक स्तर पर 90 फीसद से उपर अंक पाकर गोल्ड मेडल हासिल किया है।कालेज अलुमिनाई समारोह में यह पुरस्कार उन्होंने आइएएस वंदना प्रेयसी के हाथों पाया।
शालू प्रिया का जन्म बनियापुर थाना के दाढ़ी बाड़ी गांव में हुआ था।उनकी माता रेणू कुमारी शिक्षिका है तथा पिता शशिभूषण यादव ओरियंटल इंस्योरेंस कंपनी में बीमा सलाहकार के पद पर नियुक्त है।परिवार में एक छोटी बहन खुशी प्रिया है जो ग्यारहवीं की छात्रा है।शालू प्रिया छपरा के पोस्टल कालोनी में रहकर अपनी प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त की है तथा वर्तमान में वह बोकारो की बेदांता स्टील कंपनी में क्वालिटी कंट्रोलर के पद पर कार्यरत हैं। शालू प्रिया ने अपना स्नातक पटना विमेंस कॉलेज से पुरा किया। वो पटना विमेंस कॉलेज में नब्बे प्रतिशत के साथ वहां की टॉपर भी रही है। उन्हें कविताएं लिखना अच्छा लगता है। उनकी एक सामाजिक कविता को फिल्मी स्टार दिया मिर्जा जी ने अपनी आवाज दी थी।
अभी वह बिहार के ऊपर कई भाषाओं में विडियो बनाकर सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर धमाल मचा रही है।फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्वीटर पर शालू के चाहने वालों की संख्या लाखों में है। वह चाहती है कि बिहार के प्रति लोगों का नकारात्मक नजरिया सकारात्मक रूप में बदलें । उन्हें किताब पढ़ने का काफी शौक है। वह कविता के लिए काम कर रही है।
शालू ने बताया कि वो भविष्य में किताब के रूप में देखने को भी मिलेगी। वह अधिकतर सामाजिक मुद्दों पर कविताएं लिखती हैं। उनकी कविताओं में गरीबी और आम लोगों के दुःख सुख की बात होती है। शालू कहती हैं कि हमारे माता पिता ने हमारे विकास में सहयोग को लेकर कभी रोक टोक नहीं किया। उन्होंने सदैव समर्थन किया है। हम आज जो भी है उनके ही बदौलत है। मेरे माता पिता हमलोग पर काफी गर्व महसूस करते हैं। बहुत लोगों से उनके काम की सराहना सुनने को मिलती है। शालू के फेसबुक पेज पर एक लाख से भी अधिक फॉलोअर्स हैं।