पटना, 31 जनवरी: बिहार से आने वाले कुशवाहा समाज के विभिन्न नेताओं ने देश की राजनीत में अपनी अमित छाप छोड़ी है व इस समाज की मजबूत उपस्थिति ने सभी राजनेतिक पार्टियों को अपने पाले में करने के लिए गोलबंद भी किया है । आगामी 2 फरवरी को राजद, जेडीयू , बीजेपी सहित विभिन्न पार्टियों द्वारा इसी समाज से आने वाले बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व मशहूर नेता जगदेव प्रसाद की जयंती मनाई जा रही है जिसमे सभी दल कुशवाहा जाति को लामबंद करने की होड़ मचाए रखे हैं।
इस राजनेतिक माहौल में इस समाज से आने वाले मशहूर समाजसेवी व अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा के अध्यक्ष जे पी वर्मा का भी कुशवाहा समाज सहित सभी जातियों के गरीबों में अपनी एक पैठ है जिसे सभी राजनेतिक पार्टियां भली भांति जानती है। जे पी वर्मा अभी वर्तमान में हम (से) पार्टी में संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं व पार्टी को मजबूत करने के लिए कार्य कर रहे हैं । श्री वर्मा ने अभी हाल ही में कुशवाहा महासभा के तत्वाधान में वनभोज का आयोजन किया था जिसमें प्रदेश से आने वाले सभी कुशवाहा समाज के प्रमुख नेताओं व कार्यकर्ताओं ने शिरकत की थी।
कार्यक्रम में अपने अध्यक्षीय संबोधन में श्री वर्मा ने जाति की जगह जमात की राजनीत करने को महासभा का प्रमुख उद्देश्य बताया। उन्होंने कुशवाहा समाज की आबादी इसके सभी क्षेत्रों में घटती भागीदारी के प्रति गंभीर चिंता व्यक्त की व कहा कि समाज को मिलने वाला लाभ न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने सम्राट अशोक और शहीद जगदेव के बताए रास्ते पर चलने की अपील मौजूद नेताओं से की। ध्यातव्य है कि श्री वर्मा का पूरे प्रदेश में कुशवाहा समाज के लोगों पर गहरी पकड़ है और 65 वर्षों से लगातार निस्वार्थ भाव से वे सबों को मदद करते आ रहे हैं।