छपरा, 28 जून: जिलाधिकारी सारण श्री राजेश मीणा की अध्यक्षता में जिला के बैंकों की सुरक्षा से संबंधित गठित जिला स्तरीय सुरक्षा समिति की बैठक समाहरणालय सभागार में आहूत की गई। जिला पदाधिकारी महोदय ने सभागार में उपस्थित जिला के विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि गणों को संबोधित करते हुए कहा कि बैंकों की सुरक्षा करना प्रशासन के प्राथमिकता सूची में है।प्रशासन के दायित्व के अलावा सभी बैंकों के शाखाओं के प्रबंधकों की भी आंतरिक सुरक्षा हेतु जवाबदेही है।उन्हें इस जवाबदेही को गंभीरता से लेना चाहिए।आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था में आधुनिकतम सीसीटीवी कैमरा, अलार्म एवं सुरक्षा गार्डों की नियुक्ति करना उनकी जवाबदेही है। पुलिस अधीक्षक महोदय ने बैंकों के प्रतिनिधि गणों को संबोधित करते हुए कहा कि बैंकों में पर्याप्त संख्या में आधुनिकतम सीसीटीवी कैमरा सही एंगल से लगाया जाना आवश्यक है। सीसीटीवी कैमरा के साथ-साथ आधुनिकतम अलार्म को भी गुप्त रूप से लगाना आवश्यक होता है। लगाए गए सभी सुरक्षा से संबंधित इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को समय-समय पर चेक करते रहना आवश्यक होता है। सभी बैंक में सीसीटीवी कैमरा अच्छी क्वालिटी का एवं पर्याप्त संख्या में बैंक के अंदर एवं बाहर अवश्य लगाना चाहिए। एक सीसीटीवी कैमरा बैंक के प्रमुख गेट के बाहर निश्चित रूप से लगाना चाहिए और उसका ओरियंटेशन सही ढंग से होना चाहिए ताकि सामने का पूरा रोड कवर किया जा सके। उन्होंने बताया कि बैंक के सुरक्षा गार्ड को बैंकों की सुरक्षा हेतु हथियार की अनुज्ञप्ति प्राथमिकता के तौर पर दी जाती है। इसके लिए बैंक के प्रबंधक आवेदन समर्पित करें एवं स्वस्थ एवं शारीरिक रूप से क्षमता वाले सुरक्षा गार्डो को रखें ।सभी बैंक शाखाओं एवं उसके आसपास के प्रमुख स्थानों पर थाना, अंचल निरीक्षक ,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक का दूरभाष नंबर एवं मोबाइल नंबर बैंक के अंदर और बाहर के साथ-साथ अन्य चार पांच स्थानों पर बोर्ड में लगाया जाना चाहिए। ताकि आपात स्थिति में पुलिस को सूचित किया जा सके बैंकों में प्रवेश मार्ग के ग्रिल में कड़ी ऊपर नीचे दोनों स्थानों पर लगाया जाना चाहिए ताकि एक साथ एक ही व्यक्ति प्रवेश कर सके या बाहर निकल सके बैंकों के अंदर कोई संदिग्ध व्यक्ति अगर नजर आए तो तुरंत उसे चेक करना चाहिए और पूछताछ करना चाहिए शक होने पर इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को देना चाहिए। बैंक फ्रॉड कर खाता से राशि के निकासी कर लेने से बचाव हेतु साइबर क्राइम के प्रति ग्राहकों को जागरूक करने हेतु सप्ताह में कम से कम 1 दिन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने का भी अनुरोध पुलिस अधीक्षक महोदय ने किया।अगर किसी ग्राहक के एटीएम अथवा अन्य प्रकार से फ्रॉड कर राशि की निकासी निकासी कर ली जाती है तो उस ग्राहक के खाता एवं एटीएम को तत्काल ब्लॉक करने की कार्रवाई बैंकों को करनी चाहिए।तत्पश्चात इसकी सूचना पुलिस को देनी चाहिए। बैठक में वरीय उप समाहर्ता बैंकिंग, एलडीएम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी एवं विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।