नई दिल्ली, 07 मई : दिल्ली में पहलवानों के आंदोलन को लेकर खूब हलचल रही। जहां एक तरफ जंतर-मंतर पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती नजर आई तो वहीं दिल्ली से सटे गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर पर भी पुलिस दिन भर डटी रही। दिन भर पुलिस इस कोशिश में लगी रही कि पहलवानों के आंदोलन में अलग-अलग जगहों से आ रहे लोगों को बॉर्डर पर रोक दिया जाए और दिल्ली में घुसने ना दिया जाए। इस दौरान दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर यातायात व्यवस्था भी चरमराई और आम लोगों को दिक्कतें पेश आईं।
इधर किसानों के बड़े नेता और भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत जंतर-मंतर पर पहलवानों के बीच पहुंचे और खुलकर उनका समर्थन किया। इतना ही नहीं राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को सीधे लफ्जों में चेतावनी देते हुए कहा कि भूत उतारना पड़ेगा। टिकैत ने साफ किया कि जब तक इन पहलवानों को न्याय नहीं मिल जाता आंदोलन जारी रहेगा। यह भी साफ कर दिया गया कि अब पहलवान-किसान एक साथ हैं।
जंतर-मंतर पर कई किसान नेता और खाप पंचायत से जुड़े लोग जुटे और पहलवानों के साथ इनकी बातचीत हुई। इस बातचीत में इस आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति तय की गई। किसान नेताओं ने बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में बताया गया कि खाप पंचायत के कई लोग यहां आएंगे। 15 दिन तक आंदोलन जारी रहेगा और 15 दिन में अगर सरकार नहीं मानी तो 21 मई को फिर कमेटी की बैठक होगी। जिसके बाद आगे के फैसले लिए जाएंगे। एक अन्य किसान नेता ने कहा कि आज की मीटिंग में ये भी फैसला हुआ है कि जो पहलवानों ने संघर्ष शुरू किया है उनका वो संघर्ष इसी तरह चलता रहेगा। खाप पंचायत, किसान संगठन इन्हें लगातार सहयोग देते रहेंगे। सरकार को हम मजबूर कर देंगे कि बृजभूषण सिंह का इस्तीफा लेकर उन्हें जेल में बंद कर दिया जाए। उनके परिवार के अन्य सदस्य अगर फेडरेशन में हैं तो उन्हें हटाया जाए।
राकेश टिकैत ने आज की बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि आज यहां पर खाप पंचायत और एसकेएम के लोग भी यहां थे। खाप पंचायतों के प्रतिनिधि यहां पर थे और ये फैसला हुआ है कि हर खाप से हर रोज लोग यहां आएंगे। सुबह आएंगे रात को जाएंगे…जिन्हें रात को रहना है वो रह भी सकता है। हम पूरा बाहर से इन्हें सपोर्ट करेंगे। अगर सरकार 21 तारीख तक इनसे मिलकर समाधान नहीं करती है तो आगे आंदोलन को और बड़ा किया जाएगा।
टिकैत ने कहा कि इससे देश की बदनामी हुई है और इसको सहन नहीं किया जाएगा। ये बच्चे हमारी, देश और तिरंगे के धरोहर हैं। हम इनके साथ हैं। टिकैत ने कहा कि हम महिला पहलवानों को इंसाफ दिला कर रहेंगे। टिकैत ने कहा कि अभी यह सरकार नहीं सुनेगी, यह आंदोलन अभी लंबा चलेगा…यह अलग-अलग जिलों में चलेगा फिर पूरे देश में चलेगा। किसान और खाप पंचायत से जुड़े नेताओं ने कहा कि बॉर्डर पर रोककर सरकार हमारी परीक्षा ना लें।