छपरा (सारण) : लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, छपरा जिला में खराब पड़े चापाकलों की मरम्मति हेतु गठित मरम्मति दल को सारण जिलाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. इस अवसर पर जिलाधिकारी के साथ उप विकास आयुक्त अमित कुमार, कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, छपरा एवं कर्मीगण उपस्थित थे. इस अवसर पर अपने संबोधन में जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि पिछले साल की भांति इस साल भी लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा आगामी गर्मी के मद्देनजर युद्ध स्तर पर चापाकलों की मरम्मति का कार्य करने की शुरुआत आज से की जा रही है. जो अगले दो माह तक गठित मरम्मति दल द्वारा सभी प्रखंडों का भ्रमण कर बंद पड़े चापाकलों की मरम्मति का कार्य करेंगा. ताकि गर्मी में आम जनों को पेयजल की कोई समस्या न हो.
प्रत्येक प्रखण्ड के लिए एक मरम्मति दल रवाना किया गया है. जिसमें एक मिस्त्री, दो हेल्पर मरम्मति के सामान के साथ वाहन पर सवार होकर चिन्हित प्रखण्डों में जाकर चापाकल के मरम्मति का कार्य करेगा. इसके अतिरिक्त मरम्मति दल कम खराबी वालों चापाकलों को चिन्हित कर बाईक से जाकर हेतु चापाकलों की मरम्मति करेगी. जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि वर्तमान में औसत भू-जल स्तर 11′-7″ है. अधिकतम औसत भू-जल स्तर रिविलगंज प्रखण्ड का 14-01 एवं न्यूनतम औसत भू-जल स्तर मकेर प्रखण्ड का 9-03 है.
उन्होंने कहा कि वर्तमान में किसी भी पंचायत में जल अभाव समस्या नही है. जिले में कुल चापाकलों की संख्या-32492 है जिसमें 13323 अदद IM-III चापाकल एवं 19169 सिगूर / साधारण चापाकल है. IM-II/II चापाकल 60-80 फीट भू-जल स्तर तक काम कर सकता है. वही सिंगूर / साधारण चापाकल 25 फीट भू-जल स्तर तक अच्छा काम कर सकता है. इस कार्य के निमित नियंत्रण कक्ष कार्यरत रहेगा. जिसका दूरभाष सं0-06152-244791 है. साथ ही प्रखण्ड मुख्यालय में भी शिकायत पंजी रखा जा रहा है. जहाँ ग्रामीणों द्वारा स्थानीय तौर पर चापाकल मरम्मति से संबंधित शिकायत दर्ज करायी जा सकती है. प्रत्येक प्रखण्ड के पाँच श्रोतों एवं प्रत्येक पंचायतों में भी पाँच श्रोतों की भू-जल स्तर की मापी प्रत्येक 15 दिनों में की जा रही है.
गर्मी के समय में जलापूर्ति व्यवस्था बनाये रखने हेतु आज से सभी 20 प्रखण्डों में चापाकल मरम्मति का कार्य युद्ध स्तर मरम्मति का कार्य प्रारंभ हो जाएगा. साथ ही अतिरिक्त मरम्मति दल भी बाइक पर घुम-घूम कर चापाकलों की मरम्मति करेंगे. कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, छपरा के द्वारा बताया गया कि विद्यालयों एवं महादलित टोलों में बंद पड़े चापाकलों की मरम्मति हेतु विशेष ध्यान देने हेतु मरम्मति दल को निर्देशित किया गया है. इस संदर्भ में जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकार, जिला कल्याण पदाधिकारी से विद्यालयों एवं महादलित टोलों में बंद पड़े चापाकलों की सूची जो शीघ्र प्राप्त कर दल को भेज दिया जाएगा. वर्तमान में हुए सर्वेक्षण के आधार पर अबतक 265 बंद चापाकलों की सूची प्राप्त हुई है. पिछले वर्ष 2997 अदद चापाकलों की मरम्मति कराया गया था. भीषण गर्मी को देखते हुए इस वर्ष विभाग से 4208 अदद चापाकलों का मरम्मति का लक्ष्य प्राप्त है।