पूर्णिया, 14 जुलाई: जिले में कोविड-19 संक्रमण की चौथी लहर के खिलाफ लड़ाई के लिए व्यापक पैमाने पर पुख्ता इंतजाम किया गया है। ताकि इस कोरोना संक्रमण वायरस से जिलेवासियों को बचाया जा सकें। इस महामारी से लोगों को स्थायी तौर पर निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी तरह अलर्ट मोड में है। संक्रमण की गति को बढ़ावा नहीं मिले, इस उद्देश्य से जिले में टीकाकरण महा अभियान का आयोजन किया गया है। जिलाधिकारी सुहर्ष भगत ने बताया कि जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण स्तर पर कोविड-19 संक्रमण के प्रभाव से सामुदायिक स्तर पर लोगों को सुरक्षित करने के उद्देश्य से शत-प्रतिशत लाभार्थियों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित कराने को लेकर स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने विशेष टीकाकरण के तहत लगातार महाअभियान चलाया है। वंचित लाभार्थियों को टीकाकृत करने के उद्देश्य से गुरुवार को जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों एवं विद्यालयों में कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान चलाया गया।
टीकाकरण के साथ ही कोरोना जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग सजग: डीपीएम
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि टीकाकरण के लिए चलाए जा रहे कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान की सफलता के लिए लोग अपने निकटतम टीकाकरण केंद्रों पर जाकर अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण का लाभ उठाएं। जिलेवासियों को महामारी से सुरक्षा प्रदान करने को लेकर ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण के साथ ही कोरोना जांच भी स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा की जा रही है। दूसरे राज्यों या जिलों से आने वाले यात्रियों की भी कोविड-19 जांच सुनिश्चित की जा रही है। ताकि समाज को कोरोना की चौथी लहर से सुरक्षित रखा जाए। क्योंकि टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है। उन्होंने कहा कि सामूहिक रूप से सहयोग करने के बाद ही टीकाकरण महाअभियान में शत प्रतिशत सफलता प्राप्त हो सकती है।
किशोर एवं किशोरियों के शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग कृत संकल्पित: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ विनय मोहन ने बताया कि जिले के सभी टीकाकरण सत्र स्थलों पर सुबह से ही टीकाकरण कार्य शुरू कर दिया गया। जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों, टीकाकरण केंद्र एवं विभिन्न स्कूलों में बनाए गए सत्र स्थलों पर युवक एवं युवतियों की भीड़ देखी गई। स्वास्थ्य केंद्रों पर चुनाव में मतदान करने जैसा माहौल बना हुआ था। टीकाकरण महाअभियान के दौरान 12 से 14 आयु वर्ग एवं 15 से 17 आयु वर्ग के किशोर एवं किशोरियों तथा 18 आयु वर्ष से ऊपर के लाभार्थियों को प्रथम, द्वितीय एवं बूस्टर डोज दी गयी है। हालांकि 12 से 14 आयु वर्ग के छात्र-छात्राओं को कोरोना टीका देने के लिए जिले के अधिकांश स्कूलों में विशेष रूप से टीकाकरण केंद्र बनाया गया था। कोरोना टीकाकरण से वंचित किशोर एवं किशोरियों को स्कूल के प्राचार्यो द्वारा चिन्हित कर टीके की पहली एवं दूसरी डोज़ दिलवाई गई।
-साक्षी ने अपना पहला डोज़ लेने के बाद दूसरे से की अपील:
जिला स्कूल स्थित टीकाकरण सत्र स्थल पर कोविड-19 टीकाकरण का पहला डोज़ लेने आई 14 वर्षीय साक्षी यशश्वीनी ने अपना पहला डोज़ लेने के बाद जिले के सभी युवाओं से अपील के माध्यम से कही की कोरोना संक्रमण की इस लड़ाई में हम सभी की भूमिका काफ़ी सराहनीय हैं। क्योंकि जब तक हम लोग पूरी तरह से टीकाकृत नही होंगे तब तक वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण को जड़ से मिटाया नही जा सकता है। हमलोगों के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निःशुल्क टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण कराने के बावजूद हमलोगों को घर से निकलते समय चेहरे को पूरी तरह मास्क से ढंक कर ही निकलने की जरूरत है। क्योंकि धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण की रफ़्तार बढ़ने लगी है। जिस कारण मरीजों की संख्या में इज़ाफ़ा होने लगा है।