पटना, 4 फरवरी: उम्र महज 29 वर्ष और मंसूबा देश के सभी बेरोजगार युवाओं को सफल उद्यमी के रूप में स्थापित करना । यह कोई फिल्मी कहानी नही बल्कि इसे हकीकत कर दिखाया है।
मित्तल उद्योग के मालिक मनीष मित्तल ने। युवाओं के लिए यूथ आइकन के रूप में स्थापित हो चुके इनकी दास्तान और संघर्ष यात्रा झकझोर देने वाली है जिससे सभी युवाओं को शिक्षा लेने की जरूरत है। पत्रकार व मीडिया एक्सपर्ट शुभम से अपने अनुभवों को साझा करते हुए वे बताते हैं कि लघु उद्योग के माध्यम से युवा अन्य संस्थानों में नौकरी करने के बजाय उद्योग , वाणिज्य व व्यापार के माध्यम से मालिक बन कर देश प्रदेश में स्थापित हो सकते हैं और अपने भविष्य को स्वर्णिम बना सकते हैं । उद्यमी बनने में आने वाली बाधा और उसे सुलझा कर सफल बनाने के लिए वे संकल्पित हैं और इसी कड़ी में पेपर कप प्लेट, टिशू पेपर, पास्ता बनाने की मशीन, अगरबत्ती बनाने की मशीन, ब्रिक मेकिंग मशीन सहित अन्य सभी कुटीर व लघु उद्योगों में प्रयुक्त होने वाली मशीनों को युवाओं के बीच सप्लाई करते हैं और उसे चलाने की ट्रेनिंग भी प्रदान करते हैं। मित्तल ने बताया कि उनका कार्य सिर्फ मशीन बेचने और उसके प्रशिक्षण तक ही सीमित नहीं है बल्कि उससे तैयार होने वाले समान की बिक्री के लिए वे मार्केट भी प्रदान करते हैं ताकि जो भी युवा उद्यमी इससे स्वरोजगार करना चाहते हैं उन्हें तुरंत इसका लाभ मिलना शुरू हो और वे इससे अपना और अन्य बेरोजगारों का भविष्य का निर्माण कर सकें ।
ध्यातव्य है कि मनीष मित्तल समाजसेवा में भी वर्षों से सक्रिय रहे हैं और गरीबों व वृद्धों को अपनी ओर से हरसंभव मदद भी करते रहते हैं । युवाओं को इनके सफल उद्यमी बनने की यात्रा व इनके संघर्षों से सीख लेने की जरूरत है। जो भी युवा इनसे लाभ लेना चाहते हैं वे मीठापुर बस स्टैंड के पास 70 फीट रोड में राधाकृष्ण मंदिर के पास मित्तल उद्योग स्थित इनके ऑफिस-फैक्ट्री में जाकर इनके कार्यों को देख सकते हैं और मशीनों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।