छपरा: 5 अगस्त: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) सारण जिला इकाई की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए संगठन के राज्य सह सचिव राहुल कुमार यादव ने कहा कि बिहार सरकार की गलत नीतियों व पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के उदासीन रवैये के कारण सारण जिले के विभिन्न प्रखंडों में लगातार जहरीली शराब से मौतें हो रही हैैं. मकेर में जहरीली शराब पीने के कारण एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी है, जबकि दो दर्जन से ज्यादा लोग अपनी आंखों की रौशनी गंवा चुके हैं. मृत लोगों के प्रति गहरा दु:ख व्यक्त करते हैं और शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हैं. अस्पताल में भर्ती लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं. लेकिन सवाल है: इन मौतों के जिम्मेवार कौन लोग है? सारण जिले में हीं लगातार जहरीली शराब से मौत की घटनाएं क्यों हो रही है.?
बिहार सरकार एवं स्थानीय जिला पुलिस प्रशासन को इस पर गंभीरता पूर्वक विचार करनी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहींं हो इसलिए यथाशीघ्र कोई ठोस कदम उठाने चाहिए. बिहार सरकार एवं स्थानीय प्रशासन से मांग करते हैं कि दोषी पुलिस प्रशासन के अधिकारियों, इसमें शामिल अन्य लोगों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए.
जहरीली शराब से लगातार बढ़ती मौत की घटनाओं से सरकार एवं स्थानीय प्रशासन को सबक लेकर जिले के सभी गांवों में तैनात चौकीदार, दफदारों को कड़े निर्देश देते हुए अंग्रेजी या देसी शराब निर्माण, खरीद बिक्री की उचित जानकारी थानों तक पहुंचाने की जिम्मेवारी दी जाए. ग्राम रक्षा दल के सदस्यों की तैनाती कर निगरानी हो.
शराब निर्माण, खरीद, बिक्री, सेवन करने वालों की निगरानी के लिए स्थानीय मुखिया एवं वार्ड सदस्यों को भी बड़ी जवाबदेही देनी चाहिए, और स्थानीय स्तर पर गांव, पंचायतों में जन जागरूकता फैलानी चाहिए, ताकि मकेर जैसी जहरीली शराब पीकर मौत, आंखों की रौशनी गंवाने जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो सके.