छपरा/सारण: सारण जिले के गड़खा प्रखंड के सभी टोलासेवक ,तालिमी मरकज , आंगनबाड़ी सहायिका एवं विकासमित्रों का एकदिवसीय कार्यशाला मध्य विद्यालय चैनपुर -भैसवारा में आयोजित हुआ जिसमें प्रखंड के जीरो से 18 वर्ष के सभी दिव्यांग बच्चों का डोर टू डोर सर्वेक्षण करने का टास्क दिया गया। साथ हीं 18 प्रकार के दिव्यांगता के विषय मे बिहार शिक्षा परियोजना सारण के समावेशी कर्मियों के द्वारा पहचान बताया गया।कार्यशाला का उद्घाटन विद्यालय प्रधान अखिलेश्वर पाठक बच्चा सिंह और विजय श्रीवास्तव ने किया।संसाधन शिक्षकों ने बताया कि वांछित प्रपत्र में सर्वे रिपोर्ट समय सीमा के अंतर्गत सी.डी.पी.ओ गड़खा के पास जमा करें।अखिलेश्वर पाठक ने कहा कि दिव्यांग बच्चे भी ईश्वर की संतान है और जितना अधिकार इस धरती पर जीने का हमे मिला है उतना ही इन दिव्यांग बच्चों को भी मिला है। इनके पास हुनर की भी कमी नही होती है।ईश्वर ने कुछ इनमे कमी कर दिया तो कुछ एक्स्ट्रा दे भी दिया है।आपसब पूण्य के भागी होंगे यदि इनका जीवन आपके छोटे प्रयास से सवर जाता है तो।इस मौके पर विजय कुमार श्रीवास्तव एवं बच्चा बाबु ने भी अपने अपने विचार रखे।